अगर आप अपने घर या ऑफिस में सोलर पॉवर प्लांट लगाना चाहते हैं तो आप हमारा ये आर्टिकल पढ़ के जान जायेंगे की आपकी जरुरत के अनुसार प्लांट का किलो वाट कितना होगा और लगभग कितना खर्चा आयेगा |
सोलर पॉवर प्लांट लगाने के लिए क्या क्या खरीदना होगा ?
एक सोलर प्लांट में निम्नलिखित वस्तुएं होती हैं :
१. सोलर पैनल का सेट
२. सोलर बैटरी का सेट (अगर बैकअप पॉवर चाहिए )
३. सोलर इन्वर्टर ( जिसमे सोलर चार्ज कंट्रोलर पहले से लगा होता है )
४. नार्मल इन्वर्टर ( इसमें अलग से सोलर चार्ज कंट्रोलर चाहिए होगा )
५. सोलर को माउंट करने के लिए एल्युमीनियम या लोहे का फ्रेम
६. जरुरत के हिसाब से बिजली का तार
अब एक एक करके सभी को समझिये :
१. सोलर पैनल का सेट सोलर पॉवर प्लांट का सबसे मेहेत्पूर्ण पार्ट है | सोलर पैनल उसके सरफेस पर पड़ने वाली धुप की किरणों से उर्जा लेकर उसे विद्युत् उर्जा में बदलता है |सोलर उर्जा DC उर्जा होती है इसीलिए इससे हम डायरेक्ट DC उपकरण को ही कनेक्ट कर सकते है |
सोलर पैनल वाट ( विद्युत् उर्जा की यूनिट) में आते है | असल में यह वाट पीक (watt peak) यानि की चरम कैपेसिटी वाट में कितनी होगी , उस हिसाब से बनते है |
सोलर पैनल ३ वाट से लेकर ३०० वाट या उससे भी ज्यादा के हो सकते हैं |
२. सोलर पैनल से उत्पन्न बिजली को बैटरी में स्टोर किया जा सकता है इसीलिए बैटरी का सेट लगाया जाता है | यदि आपको पॉवर बैकअप नहीं चाहिए और आपको ऑनलाइन ( जबतक धुप हो तबतक ही) पॉवर चाहिए तो आपको बैटरी के सेट की जरुरत नहीं पड़ेगी |
३. सोलर इन्वर्टर का काम सोलर पैनल द्वारा बनायीं गयी DC उर्जा को AC उर्जा में बदलना होता है | हमारे घर के सभी उपकरण जैसे की – पंखा , टीवी , फ्रिज इत्यादि ज्यादातर AC उर्जा पे ही चलने वाले होते हैं |
४. नार्मल इन्वर्टर का प्रयोग हम सोलर चार्ज कंट्रोलर के साथ कर सकते है | यदि आपके घर में नार्मल इन्वर्टर है तो अप उसका प्रयोग सोलर पैनल के साथ कर सकते है | इसके लिए आपको सोलर चार्ज कंट्रोलर चाहिए होगा |